


परम श्रद्धेय भागवत भास्कर आचार्य पं. मुमुक्षु कृष्ण जी महाराज
संस्थापक
सरस मार्मिक एवं सुसंस्कृतनिष्ठ प्रवक्ता

प्रकल्प



बी. एस. एस पब्लिक स्कूल
(श्री वृन्दावन धाम)
निर्धन एवं बेसहारा (अनाथ) बच्चों की निःशुल्क शिक्षा हेतु अंग्रेजी एवं हिंदी माध्यम से आवासीय विद्यालय की स्थापना करवाना सुनिश्चित है |
स्मार्ट क्लासरूम एवं कंप्यूटर प्रयोगशाला ,बच्चों के लिए खेलकूद स्थल ,भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत विश्वस्तरीय पाठ्यक्रम एवं योग्य व अनुभवी शिक्षकों के द्वारा शिक्षण कार्य कराया जाएगा |
दान दी गयी धनराशि आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 G के तहत छूट प्राप्त हो गी |


श्री विद्यापीठ गुरुकुलम्
(श्री वृन्दावन धाम)
गुरुकुलम् में ब्राह्मण छात्रों को वैदिक शिक्षा ,संस्कृत व्याकरण की शिक्षा ,पुराणों की शिक्षा ,समस्त धर्म शास्त्रों की शिक्षा योग्य आचार्यों के द्वारा प्रदान की जाएगी एवं इनके लिए छात्रावास सहित रहने,खाने की व्यवस्था रहेगी |
दान दी गयी धनराशि आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 G के तहत छूट प्राप्त होगी |



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श्री गोपीकांत जू युगल सरकार मंदिर
(श्री वृन्दावन धाम)
मंदिर हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और वे हमारी परंपराओं और मूल्यों को पीढ़ी दर पीढ़ी पहुंचाते हैं। मंदिर में नियमित पूजा-पाठ होने के कारण उसमें सदा सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहता है। जिससे मंदिर में जाने वाला व्यक्ति उस ऊर्जा को प्राप्त करके शांति, सुकून और तनाव से मुक्त हो जाते हैं। यही ऊर्जा ईश्वरीय शक्ति है। मंदिर का निर्माण एक पुण्य कार्य है। और इससे व्यक्ति को सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। मंदिर निर्माण करवाने वाला अपने सात कुलों का उद्धार कर लेता है। भविष्य पुराण में भगवान श्रीकृष्ण ने मंदिर बनवाने का बड़ा महत्व बताया है। भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं - मंदिर निर्माण के सहयोगी, शिल्पी, सुधारक, कारीगर ये सब सूर्य व चन्द्रमा की प्रभा के समान कान्तिमान विमान में बैठकर दिव्यलोक को जाते हैं। यही नहीं यदि मंदिर बनाने वाले व्यक्ति के कुल के सात पीढ़ियों में कोई दुर्गति को प्राप्त हो गया हो तो उनका उद्धार हो जाता है।
दान दी गयी धनराशि आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 G के तहत छूट प्राप्त होगी |
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